Tuesday, December 08, 2009

कोपेनहेगन में जलवायु परिवर्तन सम्मेलन

जलवायु परिवर्तन

कविता अपना जनम ख़ुद तय करती है / The poem Chooses Its Own Birth

Year ago I wrote an essay 'कविता अपना जनम ख़ुद तय करती है ' (The poem Chooses Its Own Birth) for an anthology of essays  "Liv...